Anupama Written Episode January 17.

 आज के एपिसोड में हमने देखा काव्या ने अपनी बेटी को लेकर सा हाउस पाहुंची पर वा और पाखी   देखकर बहुत गुस्सा आया। कृपया काव्या ने बोला मत करो मैं बहुत कोशिश कर रहा हूं यहां नहीं आया लेकिन बहुत बीमार हो गई थी । इसलिए मुझे लाना पड़ा। तो पाखी ने बोला तुम्हें पता है ना पापा उसे देख कर बहुत गुस्सा होगी अगर वह कुछ नहीं कहती तो तुम दो-चार टॉय देते और कुछ ड्रेस ला देते तो अच्छा लगता तो जब मैंने बोला तुम चुप रहो या मेरी बेटी का दिल है कोई खिलौना नहीं दो-चार खिलौने से उसका दिल बहल जाएगा उसके पापा और परिवार का प्यार चाहिए, जैसे मन अपनी बेटी को जिसे करने से दो साल का खिलौना हो जाए सारी दुनिया का खिलौना मिलकर भी मेरी बच्ची को अच्छा नहीं कर पता मैं अपनी बेटी को लेकर वहां से चली गई, फिर भी तुम मेरे बेटे के बीच कुछ नहीं बोलती तो तुम भी मेरे बेटे के बीच में कुछ नहीं बोलती तो तुम भी मेरे बेटों के बीच कुछ न बोलती हो मुझे भी सौतेली मन बन्ना उसे क्या छोड़ दिया कि उसने बोला पापा को तो बहुत तकलीफ होगी नाक देखकर तो उड़ा बोला तुम भी अच्छे इंसान नहीं हो अगर पापा की तकलीफ नहीं देखी तो तुम ही घर छोड़ जाओ तो पापा भी अच्छे रहेंगे और हमारा घर भी और हम भी।

Anupama Written Episode January 17.


टीटु ने अपने कमरे में पड़ कर बोर हो रही थी। कोशिश कर रही थी उठने कि तब डिम्पि ने देखा कर चली गई। इशानी और माही ने टीटु पास आए थोड़ा सा टाइम स्पेंड करने के लिए। उनके पतंग के ऊपर कोई उईस लिखी कर दे और उसे उड़ाओ। तो टीटु ने बोला कि मेरा पेर ठीक है नहीं है मैं नहीं जा पाऊंगी। तो वह लोग बोले हम तुम्हारी पतंग उड़ा देंगे। तुमने आपका और हमारा उसे भी लिखो दो ।तो क्या पूछा माही से तुम क्या लिखूं तो बोला कि मेरे पापा मुझे बहुत प्यार करे और इशानी बोला मेरी माँ मुझे कभी ना गुस्सा करें।दोनों को विश लिखा है। टीटु अपने पतंग में गुड्डा और गुड़िया बनाया है, इशानी ने पुछा कि क्या है तो टीटू ने मुझे पता नहीं यह क्या है ।वहां पर काव्य और डिंपी आए काव्या ने बोला, डिंपी की जिंदगी अभी भी हो सकती है। तव अंश ने आए वोला तुम मेरे दादु को पापा नहीं वुलाओगे । माही ने कहा आपके दादू हैं पर मेरा भी पाप है। मैं उन्हें पापा ही बुलाऊंगी ।उन लोगों का झगड़ा सुरेंद्रने लगी थी टीटु और यह लोग काव्य और डिंपी उन लोगों को देखकर खुश हो रहे थे । लोगों को उनके साथ खेलने की कोशिश करने लगे तब गिर गया था टीटु।तब काव्या ने डिंपल को समझाया था। डिंपी ने आकर टीटू को सम्डिंभाल लिया। तब पाखी ने आकर वोला कि तुम्हारा रोमांस यहां बच्चों के सामने भी शुरू हो गया। तो डिंपी ने कहा टीटू गिर जाता था तो मैं संभल लीआ। तो पाखी उसने बहुत कुछ सुनाया उसने बच्चों को बाहर भेज दिया बोला पापा याह देखते तो क्या होता है उन लोगों को बुरा कह कर वहां से चला गया।

श्रुति ओर अर्ध्य की बात कर रहे थे अंजू। श्रुति ने कहा कि वह योशी वेन से मिलने गई थी। लेकिन आज भी नहीं मिल पा रहा है. क्योंकि वह बाहर चला गया था। तब भी सलीम ने बोला था ऐसा हो सकता है कि आप भी कभी उसके साथ मिल नहीं पा रहे हैं। क्या हो रहा है समझ नहीं आ रहा है। किस्मत का खेल क्या है। और आध्या ने बोला संक्रांति कैसे बनाई हम। यहां पर मनाएंगे बोल्ट और कुछ शंख जो भी हो वही जेल से। हम के लिए पतंगे और दीपक जलाएं दीपक ऊपर छोड़ रहे थे और अपना अपना उश बोला की ।

अनुपमा ने अपने होटल में काई सारे लड्डू बनाए और उसने अपने गुजरे हुए वात को याद करके बहुत दुखी हुआ, फिर उसने लड्डू को लेकर सारे ग्राहक को दे दिया, संक्रांति तो सभी ने खुश होकर लड्डू खाए और सबने भी खुश हुआ और अनुपमा ने अपनी बत्ती जलाएं सबके के लिए प्रार्थना किया ।और उसे छुट्टी और अनुज और उनके नाम से दीपक भी ऊपर छोड़ी तो अनुज और अनुपमा के दीपक मिल गया। क्या हुआ पापा किसी और का दीपक हमारा दीपक साथ जुड़ गया ।तो हमारा विशेष कैसे पूरा हो पाएगा तो उसने कहा कोई बात नहीं बेटा। जो भाग्य में लिखा होता है वही होता है, तुम चिंता मत करो मकर संक्रांति का आनंद करो।

वहाँ तोशु उसने अपने घर पर शराब पी रहा था और बहुत घबराया घबराया लग रहा था। तभी कैंजल ने आया पूछा क्या परी खाना खाया और क्या तो उसने खाना खाकर सो गया। वहाँ पर तोशु कहता है कि मुझे तुमसे कुछ कहना है। कैंजल ने बोला अब तुमने क्या कर दिया वह बहुत घबरा गई और पूछा कि तुमने अब क्या कर दिया मुझे घबरा रही हो रही है बताओ। तो उसने बोला आज मैंने मम्मी को देखा था ।तो उसने कहा क्या सपने में दिखा था ।तो उसने बोला नहीं मैं यूके मैंने देखा था ।किंजल ने बहुत खुश होकर पूछा मम्मी कैसी हैं आप उनसे बात किया या नहीं। तो उसने बोला कि मैंने उन लोगों से कोई रिश्ता नहीं रखना है। तो मैंने उन्हें देख कर वहां से चली आई। लेकिन मम्मी मुझे बुला रही थी। कैंजल बहुत गुस्सा हो गया बोला आपको इतना कैसे गिर जाते हो मम्मी आपको बुला रही थी फिर भी आपने नहीं पूछा चले आए वहां से ।कहां देखा तो उसने बोला मैं परी को स्कूल से लाने गई थी तभी उन्हें वहां देखा। किंजल बहुत दुखी हो जाती है बोला मम्मी यूके में कहाँ और कैसे राही होगी ।क्या हुआ है मम्मी यहाँ आएगी आये हैं मुझे कुछ समझ नहीं आता।

आगे अनुपमा के एपिसोड में क्या होगा जाने के लिए प्लीज सिर्फ ब्लॉक पर बने रहिए ।पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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